श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन उमडा श्रद्वालुओं का जन सैलाब

श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन उमडा श्रद्वालुओं का जन सैलाब

Shrimad Bhagwat Katha

Shrimad Bhagwat Katha

क्ुरूक्षेतर में आई गंगा का नाम भागीरथी नहीं, बल्कि बाण गंगा पडाः कथा व्यास स्वामी सुरेश्वरानन्द पुरी जी

मोहाली 14 मई। Shrimad Bhagwat Katha: मोहाली के फेस-5 स्थित श्री हरि मंदिर संकीर्तन सभा रजिस्टर्ड मोहाली में पिछले दो दिनों से चल रही श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ आज तीसरे दिन में प्रवेश कर गई। कथा के तीसरे दिन एक ओर जहां श्रीमद भागवत कथा व्यास श्री नगली दरबार के संत स्वामी सुरेश्वरानंद पुरी जी महाराज ने पिता और बेटे के बीच के रिश्ते को बताते और बेटे की ओर से पिता के लिए कुर्बानी देने वाली कहानी देववर्त यानि महाभारत के भिष्म पिताह के जीवन भर विवाह न करने के सकंलप के बारें में जानकारी दी, वहीं उन्होंने ने पिता भीष्म द्वारा कुरूक्षेतर पर बाणों की सैया पर पडे समय की कहानी का ब्यान करते हुए कहा कि कुरूक्षेतर में भी गंगा आई, लेकिन उनका नाम भागीरथी गंगा नहीं बल्कि बाण गंगा नाम पडा। इसके अलावा श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन मंदिर परिसर में श्रद्वालुओं का जन सैलाब उमडा और मंदिर प्रांगण श्रद्वालुओं से पूरी तरह से भरा रहा व सभी श्रद्वालु पूरी श्रद्वा-भाव से कथा का आनंद लिया।

संत स्वामी सुरेश्वरानंद पुरी जी महाराज ने श्रद्वालुओं को कथा का श्रवण करवाते हुए तीसरे दिन धु्रव चरितर के बारें में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और श्रद्वालुओं को श्रीमद भागवत कथा के महत्तता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन श्री राम जन्म व श्री किशन जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान स्वामी जी ने मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा निःस्वार्थ भाव से की जाने वाली सेवाओं और उत्तम व्यवास्था की प्रशंसा भी की। इस दौरान फेस-5 स्थित श्री हरि मंदिर संकीर्तन सभा रजिस्टर्ड मोहाली मौजूदा प्रधान महेश चन्द्र मनन और उनकी समूची टीम ने बताया कि श्री हरि जी की स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 12 मई से लेकर 18 मई 2024 तक श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है, श्रीमद भागवत कथा व्यास श्री नगली दरबार के संत स्वामी सुरेश्वरानंद पुरी जी के मुखारविद से कथा का श्रद्वालु आनंद ले रहे हैं । उन्होंने बताया कि श्रीमद भागवत कथा के सातों दिन के यजमान के तौर पर सेवा कार्य मैडम मीनू तायल और सुशील तायल परिवार की ओर से निभाई जा रही है। उन्होंने बताया कि श्रद्वालुओं के लिए सातों दिन श्रीमद भागवत कथा के समापन मौके पर अटूट भंडारा और अनेकों तरह के प्रसाद का भंडारा लगाया जा रहा है। मंदिर कमेटी ने मंदिर आने वाले श्रद्वालुओं द्वारा अनुशासन बनाए रखने और मर्यादित तरीके से श्रीमद भागवत कथा में शिरकत करने के लिए तहदिल से आभार व्यक्त किया है। कमेटी पदाधिकारियों का कहना है कि आगे भी उनका प्रयास रहेगा कि ऐसे धार्मिक एव विशाल एवम भव्य कार्यक्रम करवाए जाते रहें।

फोटो कैप्शनःश्रीमद भागवत कथा के बारें में श्रीमद भागवत कथा व्यास श्री नगली दरबार के संत स्वामी सुरेश्वरानंद पुरी जी जानकारी देते और आरती आदि में हिस्सा लेते श्रद्वालु और कमेटी पदाधिकारी